भारत के डर से चीनी ड्रैगन इकट्ठा कर रहा है खून
डोकलाम चीन की चुंबी वैली से सटा हुआ है और सिक्किम के नाथुला दर्रे से 17 किलोमीटर दूर है।
डोकलाम चीन की चुंबी वैली से सटा हुआ है और सिक्किम के नाथुला दर्रे से 17 किलोमीटर दूर है।
भारत और चीन के बीच डोकलाम क्षेत्र को लेकर तनातनी का दौर पिछले दो महीने से लगातार जारी है और चीन आए दिन भारत को धमकियां भी दे रहा है । लग रहा है चीन ने भारत के साथ जंग लड़ने का पूरा मन बना लिया है, इसके लिए वह तेजी से अपनी तैयारियां भी कर रहा है । चीन के सरकारी अखबार ग्लोबल टाइम्स की खबर के अनुसार चीन अपने अस्पतालों में बड़ी संख्या में खून जमा कर रहा है, ताकि इमरजेंसी की स्थिति में सैनिकों को खून की कमी ना होने पाए । चीन अपने स्टेट मीडिया ग्लोबल टाइम्स जैसे अखबारों के जरिए अपनी बात रखता है। इसलिए अखबार में छपे लेख को ही चीन सरकार की नीति मानी जाती है।
ग्लोबल टाइम्स ने बुधवार को लिखा- “ब्लड स्टॉक च्योचायको प्रांत में भूकंप से पहले 8 अगस्त को ट्रांसफर किया गया था, जिसे बाद में तिब्बत ट्रांसफर किए जाने की खबर है।” इतना ही नहीं चीन अब ब्लड डोनेशन कैंप लगाकर खून इकट्ठा कर रहा है और उसे तिब्बत ट्रांसफर कर रहा है ।
चीनी अखबार ने ट्वीट किया –” चीनी सैनिकों ने भारत के साथ बढते तनाव को देखते हुए अस्पताल के रक्त की आपूर्ति का स्थानांतरित किया ।” आपको बता दे की चीन के अखबार में जो लिखा जाता है वो पूरी तरह सरकार की लाइन होती है। सरकार जो खुद नहीं कहती वो अखबार में छपवाती है।
Chinese military relocates hospital blood supplies as tensions with India rise https://t.co/Pzre69AeQS pic.twitter.com/WCMKLcy2kD
— Global Times (@globaltimesnews) August 17, 2017
क्या है पूरा विवाद?
डोकलाम करीब 300 वर्ग किलोमीटर का एक विवादित क्षेत्र है जिसपे भूटान और चीन दोनों अपना दावा करते है । डोकलाम चीन की चुंबी वैली से सटा हुआ है और सिक्किम के नाथुला दर्रे से 17 किलोमीटर दूर है।इसलिए इस इलाके को ट्राई जंक्शन के नाम भी जाना जाता है
चीन की आर्मी ने जबरदस्ती भारत चीन और भूटान ट्राइजंक्शन के पास सड़क बनाना शुरू कर दिया था । चीन के रोड बनाने पर भारत को सख्त एतराज है। भारत का कहना है कि अगर इस इलाके में चीन सड़क बनाता है तो इससे नॉर्थ-ईस्ट के राज्यों में भारत की आवाजाही रुक सकती है।चीन का कहना है की जब विवाद चीन और भूटान के बीच है तो उसमें भारत सीधे तौर से दखलअंदाजी क्यों कर रहा है । भारत भूटान का रक्षा सहयोगी होने के कारण चीन का विरोध कर रहा है। भारत और चीन के बीच 16 जून से झगड़ा बढ़ता जा रहा है।